गैरसैण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन

गैरसैंण को उत्तरखंड की केवल ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किये जाने से दुखी सैकड़ों उत्तराखंड वासियों ने जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला जलाया गया। लोगों ने कहा कि यह शहीदों का अपमान है, गैरसैंण को शहीदों के सपनों के अनुरूप पूर्णकालिक राजधानी घोषित किया जाये।


इस मौके पर धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उत्तराखंड के शहीदों और आंदोलनकारियों ने गैरसैंण को राजधानी बनाने का सपना देखा था। सरकार ने इसे केवल ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा कर उत्तराखंड के साथ धोखा किया है और सरकार के इस फैसले से लोग नाराज हैं। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने दावा किया कि उत्तराखंड के लोगों ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के सपने के साथ उत्तराखंड राज्य बनाने की लड़ाई लड़ी थी। किस प्रकार राज्य के साढ़े सोलह हजार गांवों के विकास के लिए गैरसैंण को राजधानी बनाया जाना आवश्यक व अनिवार्य है। सरकार ने केवल रस्म अदायगी के लिए गैरसैंण में राजधानी के नाम पर विधानसभा, सचिवालय व अन्य भवनों का निर्माण कराया। यह राज्य के लोगों की भावनाओं के साथ यह खिलवाड़ है। जब तक गैरसैंण को स्थायी राजधानी नहीं बनाया जाएगा, तब तक राज्य के लोग संघर्ष करते रहेंगे। इसलिए सरकार अपना फैसला बदले, गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की घोषणा करे।