सरकार के प्रमुख और सबसे बड़े महकमे में शिक्षक-कर्मचारियों के एक लाख पद खाली पड़े हैं। यह स्थिति तो तब है जब पिछले तीन साल में इस विभाग में बंपर भर्तियां निकाली गई हैं। इस साल भी भर्तियों का सिलसिला जारी रहेगा। सरकार ने 34 हजार पदों पर भर्ती का एलान कर दिया है। इसमें तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 31 हजार और व्याख्याताओं के 3 हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की गई है। खाली पदों के मुकाबले भर्तियों के पद बेहद कम हैं, लेकिन बेरोजगारों को इन पदों पर भर्ती की घोषणा से राहत जरूर मिली है। वर्तमान में प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा में कुल 510285 पद हैं। इनमें से 414177 पद भरे हुए और 96108 पद खाली पड़े हैं। खाली पदों में 68370 माध्यमिक शिक्षा के और 27738 पद प्रारंभिक शिक्षा के हैं।
पूर्व सरकार में निकली बंपर भर्तियां
भाजपा शासन में शिक्षा विभाग में बंपर भर्तियां निकाली गई थीं। तृतीय श्रेणी शिक्षकों की वर्ष 2016 में 15 हजार और वर्ष 2018 में 54 हजार पदों पर भर्ती की गई। इसी तरह से वर्ष 2015 में व्याख्याताओं के 13098 पदों पर भर्ती की गई थी। वर्ष 2018 में 5 हजार पदों पर भर्ती शुरू हुई। जिसकी प्रक्रिया अभी चल रही है। हैडमास्टर के 1200 पदों पर भर्ती की गई। वरिष्ठ अध्यापक के पद पर वर्ष 2016 में 6 हजार और 2018 में 9500 पदों पर भर्ती की गई। इसी तरह से पीटीआई के 4500 पदों पर भर्ती की गई।
सरकार को रीट की प्रक्रिया जल्दी से जल्दी शुरू करनी चाहिए। ताकि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो सके। क्योंकि रीट के आयोजन के बिना तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाएगी। 3 हजार पदों की व्याख्याता भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू होनी चाहिए। -उपेन यादव, प्रदेशाध्यक्ष, राज. बेरोजगार एकीकृत महासंघ
सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने के प्रति गंभीर है। इसलिए तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 31 हजार और व्याख्याताओं के 3 हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की है। रीट 2 अगस्त को होगी। जल्द ही इसके पैटर्न को अंतिम रूप देकर रीट की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। -गोविंद सिंह डोटासरा, शिक्षामंत्री